ठंड में Brain stroke का ख़तरा !

ठंड में Brain stroke का ख़तरा ! सर्दियों का मौसम शुरू होते ही ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि देखी जाती है।

यह एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि ब्रेन स्ट्रोक जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।

आइए जानें कि ठंड के मौसम में स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ जाता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

क्या है ब्रेन स्ट्रोक?

ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जिसमें मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त का प्रवाह अचानक रुक जाता है या रक्त की नली फट जाती है।

इससे मस्तिष्क की कोशिकाएं ऑक्सीजन की कमी के कारण नष्ट होने लगती हैं।

यह एक मेडिकल इमरजेंसी है जिसमें तुरंत चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होती है।

ठंड में स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ता है?

1. रक्त वाहिकाओं का संकुचन

  • ठंड के कारण शरीर की रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं
  • इससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है
  • रक्तचाप में वृद्धि होती है

2. रक्त का गाढ़ा होना

  • ठंड में शरीर में पानी की कमी हो सकती है
  • रक्त गाढ़ा हो जाता है
  • थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है

3. ब्लड प्रेशर में वृद्धि

  • सर्दी में शरीर को गर्म रखने के लिए दिल को अधिक काम करना पड़ता है
  • इससे रक्तचाप बढ़ता है
  • उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का प्रमुख कारण है

4. शारीरिक गतिविधियों में कमी

  • ठंड के कारण लोग घर में रहना पसंद करते हैं
  • व्यायाम और शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं
  • इससे रक्त संचार प्रभावित होता है

किन लोगों को है अधिक खतरा?

  1. वृद्ध व्यक्ति
  2. उच्च रक्तचाप के रोगी
  3. मधुमेह के मरीज
  4. धूम्रपान करने वाले
  5. मोटापे से ग्रसित लोग
  6. हृदय रोग के मरीज
  7. कोलेस्ट्रॉल की समस्या वाले लोग

बचाव के उपाय (ठंड में Brain stroke का ख़तरा !)

1. उचित वस्त्र

  • गर्म कपड़े पहनें
  • सिर, गर्दन और हाथ-पैर ढककर रखें
  • कई परतों में कपड़े पहनें

2. स्वस्थ जीवनशैली

  • नियमित व्यायाम करें
  • संतुलित आहार लें
  • पर्याप्त नींद लें
  • तनाव से दूर रहें

3. पानी का सेवन

  • भरपूर मात्रा में पानी पीएं
  • गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें
  • एल्कोहल से दूर रहें

4. दवाइयों का नियमित सेवन

  • बीपी की दवाएं समय पर लें
  • डॉक्टर की सलाह का पालन करें
  • नियमित चेकअप कराएं

स्ट्रोक के लक्षण

तुरंत मेडिकल सहायता लें यदि निम्न लक्षण दिखें:

  • अचानक चेहरे का एक हिस्सा टेढ़ा होना
  • एक तरफ का हाथ या पैर कमजोर होना
  • बोलने में कठिनाई
  • आंखों की रोशनी धुंधली होना
  • चक्कर आना या संतुलन बिगड़ना

निष्कर्ष ( ठंड में Brain stroke का ख़तरा ! )

ठंड के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन सावधानी और सही जीवनशैली अपनाकर इससे बचा जा सकता है।

विशेष रूप से जोखिम वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वस्थ जीवनशैली स्ट्रोक की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यदि स्ट्रोक के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें, क्योंकि समय पर इलाज जीवन बचा सकता है।

याद रखें, स्वास्थ्य के प्रति सजगता और नियमित देखभाल स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।

विशेष रूप से सर्दियों में अतिरिक्त सावधानी बरतें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।

ठंड शुरू होते ही क्यों बढ़ जाता है Brain stroke का ख़तरा !