Arthritis को Manage करने के लिए क्यों ज़रूरी है Fitness? Arthritis यानी गठिया, आजकल न केवल बुजुर्गों बल्कि युवाओं में भी तेजी से फैलती एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है।
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के जोड़ों में सूजन, जकड़न और दर्द होता है। Arthritis कई प्रकार की होती है, जैसे Osteoarthritis, Rheumatoid Arthritis, Gout, आदि, लेकिन इन सभी में जो प्रमुख समस्या सामने आती है वह है—जोड़ों में मूवमेंट की कमी और दर्द।
ऐसे में फिटनेस यानी नियमित शारीरिक व्यायाम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फिटनेस: Arthritis प्रबंधन का एक प्रभावी हथियार
फिटनेस का सीधा अर्थ है शरीर को चुस्त और सक्रिय बनाए रखना। Arthritis में जोड़ों में सूजन और दर्द के कारण व्यक्ति की गतिशीलता सीमित हो जाती है।
अगर समय रहते कोई उपाय न किया जाए तो यह स्थिति और बिगड़ सकती है। शोध बताते हैं कि सही प्रकार का व्यायाम Arthritis के लक्षणों को कम करने में बेहद मददगार साबित हो सकता है।
चलिए जानते हैं कैसे फिटनेस Arthritis को मैनेज करने में मदद करता है।
1. मांसपेशियों को मजबूत बनाना
जब आप नियमित रूप से हल्की फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, जैसे स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या बॉडी वेट एक्सरसाइज, तो आपकी मांसपेशियाँ मजबूत बनती हैं।
मजबूत मांसपेशियाँ आपके जोड़ों को बेहतर सपोर्ट देती हैं, जिससे उन पर दबाव कम होता है और दर्द में राहत मिलती है।
उदाहरण:
अगर किसी को घुटनों में Arthritis है, तो जांघों और पिंडलियों की मांसपेशियों को मजबूत करने से घुटनों पर तनाव कम होता है।
2. वजन को नियंत्रित करना
वजन अधिक होने पर शरीर के जोड़ों पर विशेषकर घुटनों, एड़ियों और कमर पर दबाव बढ़ जाता है।
हर अतिरिक्त किलो वजन आपके जोड़ों पर 4 गुना तक का दबाव डालता है। इससे Arthritis के लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं।
समाधान:
कार्डियो एक्सरसाइज जैसे तेज चलना, साइकलिंग, तैराकी आदि से कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन कम होता है और जोड़ों का दबाव घटता है।
3. जोड़ों में लचीलापन (Flexibility) बनाए रखना
Arthritis के कारण जोड़ों में अकड़न और कठोरता बढ़ जाती है। इससे व्यक्ति की मूवमेंट सीमित हो जाती है।
योग, स्ट्रेचिंग और फिजियोथेरैपी जैसी एक्टिविटीज से जोड़ों की लचीलापन बनी रहती है और मूवमेंट आसान हो जाता है।
फायदेमंद गतिविधियाँ: Arthritis को Manage करने के लिए क्यों ज़रूरी है Fitness?
- सुबह हल्के स्ट्रेच करना
- योगासन जैसे भुजंगासन, बालासन
- पानी में एक्सरसाइज (Aquatic Exercise)
4. सूजन और दर्द को कम करना
नियमित व्यायाम शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे जोड़ों में सूजन कम होती है।
साथ ही यह शरीर में ऐसे केमिकल रिलीज़ करता है जो प्राकृतिक रूप से दर्द को कम करते हैं।
वैज्ञानिक प्रमाण:
एक शोध के अनुसार, सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एक्सरसाइज Arthritis के दर्द और सूजन को 30-40% तक कम कर सकती है।
5. मूड और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
Arthritis से ग्रस्त व्यक्ति अक्सर तनाव, चिंता और अवसाद (depression) का शिकार हो जाते हैं।
जब व्यक्ति एक्सरसाइज करता है तो शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन निकलते हैं |
जो मूड को बेहतर बनाते हैं और मानसिक तनाव को कम करते हैं।
मानसिक फायदे: Arthritis को Manage करने के लिए क्यों ज़रूरी है Fitness?
- आत्मविश्वास में वृद्धि
- नींद की गुणवत्ता में सुधार
- चिंता और डिप्रेशन में राहत
6. बेहतर नींद के लिए सहायक
Arthritis के कारण होने वाला दर्द नींद में खलल डाल सकता है। लेकिन फिटनेस से शरीर थकता है और दिमाग शांत होता है, जिससे नींद बेहतर आती है।
Arthritis के लिए उपयुक्त फिटनेस एक्टिविटीज
हर व्यक्ति की शारीरिक क्षमता अलग होती है, इसलिए Arthritis में कोई भी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लेना जरूरी होता है।
कुछ सुरक्षित व्यायाम: Arthritis को Manage करने के लिए क्यों ज़रूरी है Fitness?
- तेज़ चलना (Brisk Walking) – वजन कम करने और दिल को स्वस्थ रखने के लिए।
- तैराकी (Swimming) – बिना जोड़ों पर दबाव डाले पूरे शरीर की कसरत।
- योग और प्राणायाम – शरीर और मन दोनों के लिए फायदेमंद।
- Cycling (स्थिर या सामान्य) – घुटनों और कूल्हों के लिए बेहतर।
- Tai Chi – एक धीमी गति की मार्शल आर्ट, जो संतुलन और मूवमेंट में सुधार करती है।
सावधानियाँ जो ज़रूरी हैं
- अत्यधिक व्यायाम न करें, दर्द बढ़ सकता है।
- एक्सरसाइज के दौरान अगर दर्द, सूजन या चक्कर जैसा महसूस हो तो तुरंत रुकें।
- वार्म-अप और कूल-डाउन जरूर करें।
- आराम के दिनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
निष्कर्ष – Arthritis को Manage करने के लिए क्यों ज़रूरी है Fitness?
Arthritis से पीड़ित लोगों के लिए फिटनेस केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है।
नियमित व्यायाम से जोड़ों का स्वास्थ्य सुधरता है, दर्द और सूजन कम होती है|
मानसिक स्थिति बेहतर होती है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है।
फिटनेस से जुड़ना एक छोटा कदम हो सकता है, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
याद रखें – चलना बंद तो सब कुछ बंद।
इसलिए Arthritis को हराने के लिए फिटनेस को अपनाएं और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।
Dr. Shabbir Hussain Bohra (Physio)
Owner & Founder – Physio Talk
Director – HAKIMI Physiotherapy Clinic, Nagpur
Dr. Shabbir Hussain Bohra is a dedicated physiotherapist with seven years of comprehensive experience in rehabilitation and specialized therapeutic care. He holds a Bachelor of Physiotherapy (BPT) degree and has established himself as a leading expert in oncology physiotherapy and lymphedema management. Currently serving as a Consultant Physiotherapist at Asian Kidney Hospital, Nagpur, director hakimi Physiotherapy clinic nagpur Dr. Bohra brings extensive expertise in treating complex medical conditions requiring specialized rehabilitation approaches. His dual specialization as an Onco-Physiotherapist and Lymphedema Therapist enables him to provide targeted care for cancer patients and individuals managing lymphatic disorders.